शाम करीब 7 बजे का वक्त था — लोग अपने घरों की ओर लौट रहे थे, सड़कों पर सामान्य रौनक थी, तभी अचानक एक तेज धमाके ने पूरे इलाके को हिला दिया। आवाज़ इतनी भयंकर थी कि दूर-दूर तक सुनाई दी और कुछ ही मिनटों में पूरा इलाका अफरा-तफरी और डर में डूब गया। दुकानदारों ने बताया कि उन्होंने ऐसा धमाका पहले कभी नहीं सुना था। कई लोग ज़मीन पर गिर पड़े, शीशे टूट गए, दरवाज़े उखड़ गए, और देखते ही देखते लाल किले का इलाका खौफनाक मंजर में बदल गया।
दमकल और पुलिस की त्वरित कार्रवाई
धमाके के बाद तुरंत दिल्ली अग्निशमन सेवा की टीम मौके पर पहुंची। सात फायर टेंडर आग बुझाने में जुट गए। पुलिस और बचाव दल ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया और घायलों को तुरंत लोकनायक जयप्रकाश नारायण (एलएनजेपी) अस्पताल भेजा गया।
अब तक की रिपोर्टों के अनुसार, इस हादसे में 13 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 24 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। दिल्ली पुलिस ने पूरे इलाके को सील कर दिया है और उच्च सुरक्षा अलर्ट जारी कर दिया गया है।
जांच जारी, कारण अब तक अज्ञात
अधिकारियों ने अभी तक विस्फोट के पीछे का कारण स्पष्ट नहीं किया है। शुरुआती जांच में यह शक जताया जा रहा है कि कार के भीतर किसी विस्फोटक पदार्थ के कारण यह धमाका हुआ होगा। हालांकि, पुलिस और फॉरेंसिक टीम इस बात की गहराई से जांच कर रही है कि यह आतंकी साजिश थी या तकनीकी खराबी।
एक स्थानीय दुकानदार ने बताया, “मैं ज़मीन पर तीन बार गिरा, धमाके की आवाज़ इतनी ज़ोरदार थी कि लगा सब खत्म हो जाएगा। लोग रो रहे थे, भाग रहे थे, और किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा था।”
आम दिन से खौफनाक शाम तक
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सोचिए, एक आम दिन — लोग काम से लौट रहे थे, बच्चे घर जा रहे थे, परिवार चाय पी रहा था, और अचानक एक तेज धमाका — एक पल में सब कुछ बदल गया।
माता-पिता अपने बच्चों को कांपते हाथों से थामे थे, दुकानदार अपनी दुकानें छोड़ भाग रहे थे, और सैलानी जो लाल किला देखने आए थे, दहशत में इधर-उधर दौड़ने लगे।
वो इलाका, जो हर शाम चहल-पहल से भरा रहता था, अब राख, धुएं और चीखों में बदल गया।
सुरक्षा एजेंसियों की बड़ी चुनौती
धमाके के बाद सुरक्षा एजेंसियाँ अलर्ट पर हैं। आसपास के सभी संवेदनशील इलाकों की निगरानी बढ़ा दी गई है, मेट्रो स्टेशन की एंट्री अस्थायी रूप से बंद है, और ट्रैफिक को दूसरे मार्गों पर डायवर्ट किया गया है।
सरकार ने सभी विभागों को हाई अलर्ट मोड पर काम करने के निर्देश दिए हैं।
जनता से अपील – अफवाहों से बचें, एकजुट रहें
प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि अफवाहों पर ध्यान न दें, घबराएँ नहीं और प्रशासन का सहयोग करें। घायल लोगों की मदद करें, सही जानकारी साझा करें और शांति बनाए रखें।
मानवता और एकता की परीक्षा का वक्त
यह धमाका सिर्फ एक हादसा नहीं था, बल्कि एक चेतावनी थी कि ज़िंदगी कितनी नाजुक है।
एक पल में सब कुछ बदल सकता है — मुस्कानें डर में, और भीड़ सन्नाटे में बदल सकती है।
पर इतिहास गवाह है कि दिल्ली हर बार हादसों से उबरती आई है।

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