दक्षिण भारत में बढ़ा मोंथा का प्रभाव
चक्रवात ‘मोंथा’ का कहर दक्षिण भारत में लगातार बढ़ता जा रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक, यह भीषण तूफान आज रात आंध्र प्रदेश के काकीनाडा तट से लैंडफॉल करने की संभावना है। इसकी रफ्तार 90 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुँच सकती है। तूफान के असर से तेज हवाएं और भारी बारिश लगातार जारी हैं।
उड़ानें और ट्रेनें रद्द
विशाखापत्तनम एयरपोर्ट से आज की सभी 32 उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। विजयवाड़ा और तिरुपति एयरपोर्ट पर भी कई फ्लाइट्स कैंसिल की गई हैं। वहीं, साउथ सेंट्रल रेलवे ने सुरक्षा के मद्देनज़र 120 ट्रेनों के संचालन पर रोक लगा दी है।
राज्य प्रशासन अलर्ट पर
राज्य प्रशासन ने रेड अलर्ट जारी करते हुए लोगों से घरों में रहने की अपील की है। एनडीआरएफ की टीमें तटीय इलाकों में तैनात हैं और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया जा रहा है।
ओडिशा में भी रेड अलर्ट जारी
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने राज्य की तैयारियों की समीक्षा की है। गंजम, गजपति, रायगढ़, कोरापुट, मलकानगिरी, नबरंगपुर और कालाहांडी जिलों में भारी बारिश और तेज हवाओं का रेड अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में हजारों लोगों को सुरक्षित ठिकानों पर पहुँचाया जा चुका है।
‘मोंथा’ नाम का अर्थ
आपको बता दें, ‘मोंथा’ नाम थाईलैंड द्वारा सुझाया गया है, जिसका अर्थ है — सुगंध से भरा हुआ एक फूल। लेकिन फिलहाल, यह फूल नहीं बल्कि एक विनाशकारी तूफान बन चुका है।
तमिलनाडु में भी बारिश का असर
चेन्नई, तिरुवल्लूर, रानीपेट और कांचीपुरम जिलों में भारी बारिश जारी है। कई जगहों पर स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र बंद कर दिए गए हैं।
प्रशासन की चेतावनी
प्रशासन ने लोगों को चेतावनी दी है —
“बिजली और मोबाइल नेटवर्क बाधित हो सकते हैं, इसलिए सतर्क रहें और अफवाहों से दूर रहें।”
सावधानी ही सुरक्षा है
फिलहाल, सभी की निगाहें मौसम विभाग के अगले अपडेट पर टिकी हैं। हमारी आपसे अपील है —
सुरक्षित रहें, सतर्क रहें, और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।