बिग बॉस 19 में मृदुल तिवारी का अचानक हुआ एविक्शन हर किसी को चौंका गया। जहाँ दर्शक उन्हें एक मजबूत दावेदार मान रहे थे, वहीं मिड-वीक में उनका बाहर होना कई सवाल खड़े करता है। ऐसा क्या हुआ कि एक लोकप्रिय खिलाड़ी को शो से हटाने का फैसला इतनी जल्दी ले लिया गया? आइए पूरी सच्चाई जानते हैं—
मृदुल के बिग बॉस से बाहर निकलने की असली वजह
1. मिड-वीक ट्विस्ट और वोटिंग में अचानक बदलाव
मृदुल को बिग बॉस 19 में मिड-वीक एविक्शन का सामना करना पड़ा। ये छुटकारा सिर्फ पब्लिक वोटिंग के आधार पर नहीं, बल्कि लाइव ऑडियंस (स्टूडियो में मौजूद लोग) की वोटिंग पर आधारित था।
उन्होंने बताया कि उनके खिलाफ वोटिंग सिर्फ “कुछ चुनिंदा 50 लोग” कर रहे थे, और यह पूरी प्रक्रिया उनके लिए “मजाक” जैसी लगी।
मृदुल ने सवाल उठाया कि ये 50 लोग कौन थे, उन्हें कैसे तैयार किया गया, और वे मृदुल की पर्सनालिटी या गेम को सही तरह से समझते भी थे या नहीं।
2. वोटिंग का गलत या ग़ैरपारदर्शी इस्तेमाल
मीडिया रिपोर्ट्स में यह कहा गया है कि बिग बॉस के मेकर्स ने इस वोटिंग टास्क की दिशा बदली। कुछ ऑडियंस में दावा किया गया कि उन्हें बताया गया था कि वे कैप्टेंसी के लिए वोट कर रहे हैं, न कि एविक्शन के लिए।
मृदुल का कहना है कि यह सब पहले से तय था — उनका एविक्शन “प्लानेड” था, क्योंकि मेकर्स उन्हें सार्वजनिक वोटिंग के रास्ते से बाहर करना चाहते थे।
कुछ ऑडियंस का कहना है कि उन्होंने भुगतान नहीं किया गया था, लेकिन ये जानकर आश्चर्य हुआ कि उनका वोट एविक्शन के लिए इस्तेमाल हो गया।
3. समूह में पक्षपात और रणनीति
मृदुल ने यह आरोप भी लगाया कि उनकी टीम (जिसमें गौरव, प्रणित आदि थे) पर अन्य समूहों की तुलना में ज़्यादा निगरानी और सख़्ती रही।
उन्होंने यह कहा कि जब अन्य टीमों के सदस्य नॉमिनेट हुए, तो उनमें से किसी को बाहर नहीं किया गया, जबकि उनकी टीम में “बहुत दुखद” एविक्शन हुआ।
इसके अलावा, कुछ घरवालों ने ग़लत रणनीति का आरोप लगाया — जैसे कि आमाल मलिक और फरहाना भट्ट ने ग़ौरव खन्ना को दोषी ठहराया।
उनका कहना था कि गौरव ने मृदुल को “अपना साइडकिक” बना रखा था, यानी गौरव ने मृदुल को अपनी छाया में रखा और उसे अपने तरीके से चलने नहीं दिया।
4. भावनात्मक और नैतिक हिस्से
मृदुल ने अपनी अपील में बड़े संवेदनशील तरीके से माफी भी मांगी — उन्होंने फरहाना भट्ट और कुनिका सदाना से अपनी भावनाओं के लिए माफी मांगी कहा कि शायद उनका व्यवहार सिर्फ गेम का हिस्सा था।
लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि उनकी कप्तानी के दौरान उन्हें बुल्लींग का सामना करना पड़ा था।
मृदुल को इस पूरे फैसले पर इमोशनल अंदाज़ में बहुत चोट लगी — वो रोए, गले मिले, और घर के हर सदस्य को जुदाई से पहले अलविदा कहा।
5. फैंस और दर्शकों की नाराज़गी
मृदुल तिवारी का बिग बॉस 19 से जाना सिर्फ “कम वोट” की वजह नहीं माना जा सकता। उनकी अपनी राय है कि यह पूरा ट्विस्ट, लाइव ऑडियंस वोटिंग, और एविक्शन प्लान एक मेकर्स की रणनीति रही। उन्होंने विरोध किया है कि उनकी जीत को रोकने के लिए वोटिंग प्रक्रिया में गड़बड़ी की गई। साथ ही, उनकी टीम की तुलना में अन्य खिलाड़ियों को अधिक संरक्षण मिला। इस सब विवाद ने यह सवाल पैदा कर दिया है कि क्या बिग बॉस वास्तव में सिर्फ दर्शकों की पसंद दिखाता है, या मेकर्स की कहानी पहले से प्लान होती है।